गोवा ने पूर्ण कार्यात्मक साक्षरता हासिल की
39वें राज्य दिवस पर, गोवा ‘उल्लास-नव भारत साक्षरता कार्यक्रम’ के तहत पूरी तरह से साक्षर हो गया।
- इससे गोवा भारत का दूसरा राज्य बन गया (मिजोरम के बाद), जिसने केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित 95% साक्षरता बेंचमार्क को पार कर लिया।
- आधिकारिक साक्षरता दर (PLFS 2023-24): 93.60%।
- यह राष्ट्रीय शिक्षा नीति (National Education Policy- NEP) 2020 एवं विकसित भारत पहल के तहत वर्ष 2030 तक 100% साक्षरता हासिल करने के भारत के दृष्टिकोण के अनुरूप है।
उल्लास-नव भारत साक्षरता कार्यक्रम के बारे में
- शुरू: वर्ष 2022; वर्ष 2027 तक चालू।
- प्रकार: केंद्र प्रायोजित योजना।
- लक्ष्य समूह: 15 वर्ष एवं उससे अधिक आयु के वयस्क, जो औपचारिक स्कूली शिक्षा में शामिल नहीं हो सके।
- विजन: “जन-जन साक्षर” – प्रत्येक नागरिक साक्षर।
- मार्गदर्शक सिद्धांत: स्वयंसेवा एवं कर्तव्य बोध (कर्तव्य की भावना)।
- ULLAS योजना के पाँच मुख्य घटक:
- बुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मकता।
- महत्त्वपूर्ण जीवन कौशल (जैसे- स्वास्थ्य, वित्तीय साक्षरता, डिजिटल साक्षरता)।
- बुनियादी शिक्षा (ग्रेड 3 से 8 के बराबर)।
- व्यावसायिक कौशल विकास।
- सतत् शिक्षा।
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