छत्तीसगढ़ का इतिहास – छत्तीसगढ़ का नामकरण

छत्तीसगढ़ का नामकरण

छत्तीसगढ़ का नामकरण कब और कैसे हुआ इस सन्दर्भ में सुस्पष्ट जानकारी का अभाव है। इसके नामकरण में अलग-अलग मत प्रचलित है।

1) जरासंध के काल में 36 चर्मकार परिवारों ने जरासंध के राज्य से पृथक हो कर इस क्षेत्र में नए राज्य की स्थापना की जो छत्तीस घर कहलाये बाद में जो छत्तीसगढ़ बना।
2) हीरा लाल के अनुसार कलचुरी जो चेदि वंश के भी कहलाते थे के नाम पे यह क्षेत्र चेदिस्गढ़ कहलाया बाद में यही नाम छत्तीसगढ़ हो गया।
3) छत्तीसगढ़ का नामकरण यहाँ स्थापित 36 गढ़ों या किलों के नाम पर हुआ है। एक मान्यता के अनुसार शिवनाथ नदी के उत्तर में कलचुरियो के रतनपुर शाखा के अधीन 18 गढ़ और दक्षिण में रायपुर शाखा के अधीन 18 गढ़ स्थित थे जिसा कारण  छत्तीसगढ़ नाम पड़ा।

* गढ़ों की जानकारी देने वाले अभिलेखों में ब्रम्ह देव का खल्लारी शिलालेख महत्वपूर्ण है।

* इस क्षेत्र में सर्वाधिक समय तक शासक रहे कलचुरी प्रशासन में गढ़ महत्वपूर्ण प्रशासनिक इकाई थी।

See also  छत्तीसगढ़ का इतिहास - कलचुरी काल
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