साल 2020 की प्रमुख पुस्तकें एवं उनके लेखक
यदि आप किसी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, तो यह लेख आपके लिए उपयोगी है। इस लेख में साल 2020 की प्रमुख किताबों और उनकी लेखकों की लिस्ट दी गई है।
भारत में हर साल लाखों किताबें लिखी जाती हैं। इनमें से कुछ किताबें ही ऐसी होती हैं, जो कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना पाती हैं। यही वजह है कि इन किताबों व किताबों के लेखकों के बारे में अक्सर किसी सरकारी प्रतियोगी परीक्षा में पूछा जाता है।
यदि आप भी किसी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, तो यह लेख आपके लिए बहुत उपयोगी है। क्योंकि, इस लेख में साल 2020 की प्रमुख किताबों और उनके लेखकों के बारे में जानकारी दी गई है। कौन-सी हैं ये किताबें और कौन-से हैं ये लेखक, जानने के लिए पूरा लेख पढ़ें।
निम्नलिखित तालिका में प्रसिद्ध पुस्तकें और लेखक शामिल हैं जो वर्ष 2020 में चर्चा में रहे।
प्रसिद्ध पुस्तकों और लेखकों की सूची 2020 | |
पुस्तकें | लेखक |
खोने के लिए कुछ भी नहीं है | शीला बिर्नस्टिएल |
लंबी उज्ज्वल नदी | लिज़ मूर |
समुद्र की एक लंबी पंखुड़ी | इसाबेल अलेंदे |
मारवाड़ की कालजयी कहानियाँ | विजयदान देथा, विशेष कोठारी |
शुग्गी बैन | डगलस स्टुअर्ट |
सरोजिनी की माँ | कुणाल बसु |
भोपालनामा: एक शहर लिखना | वर्तुल सिंह |
अलौकिक नदी: गंगा की कहानियाँ | बिदिशा बनर्जी |
आरएसएस: और डीप नेशन का निर्माण | दिनेश नारायणन |
निर्भय स्वतंत्रता | कविता कृष्णन |
हम चैंपियन हैं | रश्मि बंसल और देवेंद्र टाक |
नेपथ्य: भारत के उच्च विकास वर्षों के पीछे की कहानी | मोंटेक सिंह अहलूवालिया |
संदेह से परे – गांधी की हत्या पर एक डोजियर | तीस्ता सीतलवाड़ |
तीर्थ राष्ट्र: भारतवर्ष का निर्माण | देवदत्त पटनायक |
मेंहदी कलाकार | अलका जोशी |
इंडिया अनलिमिटेड: खोया गौरव पुनः प्राप्त करना | अरविंद पनगढ़िया |
फिनटेक भविष्य: वित्त का डिजिटल डीएनए | संजय फड़के |
दो नाटक | चंद्रशेखर कंबार |
मोदी जनादेश 2019: ग्राउंड जीरो से संदेश | प्रदीप भंडारी |
अकबर: महान मुगल | इरा मुखोटी |
राया: विजयनगर के कृष्णदेवराय | श्रीनिवास रेड्डी |
इन्वर्टोनॉमिक्स: भारत को बदलने के लिए आठ विचार | गुंमीत सिंह चौहान |
मशीन सीख रही है | तनुज सोलंकी |
संग्रहित नाटक: खंड एक और दो | मंजुला पद्मनाभन |
आपसे नफरत करने की परेशानी | सजनी पटेल |
बड़ी गर्मी | जेनिफर वेनर |
अवसाद की हास्यास्पद दुनिया” | जॉन मो |
पेरिस घंटे | एलेक्स जॉर्ज |
कर्मयोद्धा ग्रन्थ | अमित शाह द्वारा जारी |
ओवरड्राफ्ट: भारतीय बचतकर्ता की बचत | उर्जित पटेल |
भारत का तरीका: अनिश्चित विश्व के लिए रणनीतियाँ | एस जयशंकर |
भारत का एक गीत | रस्किन बॉन्ड |
भारत में वित्तीय स्थिरता बहाल करने की कोशिश | विरल आचार्य |
द एंडगेम | एस हुसैन जैदी |
महावीर: वह सैनिक जो कभी नहीं मरा | ए.के. श्रीकुमार |
भारत में उच्च शिक्षा का भविष्य- नौ बड़े रुझान | वी पट्टाभि राम |
विशेष: जीतने का कोड | निरुपमा यादव |
कोरोना कविताकाल | पीएस श्रीधरन पिल्लई |
जुड़ना, संवाद करना, बदलना | MeiTy के प्रकाशन प्रभाग |
समय का एक मोड़: कोविड-19 महामारी पर बच्चों द्वारा लिखी गई रचनाएँ | बिजल वच्छराजनी |
राष्ट्रीय सुरक्षा चुनौतियाँ: युवा विद्वानों का दृष्टिकोण | भूमि युद्ध अध्ययन केंद्र द्वारा प्रकाशित |
अस्तित्व से परे: भारतीय अर्थव्यवस्था के उभरते आयाम नाटकीय दशक: इंदिरा गांधी के वर्ष अशांत वर्ष: 1980–1996 | प्रणब मुखर्जी |
जिन्ना: भारत, विभाजन, स्वतंत्रता उभरते भारत की सेवा में: सम्मान का आह्वान भारत की रक्षा | जसवंत सिंह |
भारतीय कला का वर्ग और वृत्त भरत: नाट्य शास्त्र | डॉ. कपिला वात्स्यायन |
ब्रेकिंग थ्रू: एक संस्मरण भारतीय विनिर्माण में उत्पादकता और वृद्धि भारत में औद्योगिक विकास: साठ के दशक के मध्य से स्थिरता | इशर जज अहलूवालिया |
गांधारी का श्राप | अदिति बनर्जी |
पेंगुइन बुक ऑफ इटैलियन शॉर्ट स्टोरीज | झुम्पा लाहिड़ी |
अक्षर यात्रा और संवाद उपनिषद | गुलाब कोठारी |
40 की उम्र में कोकून तोड़ना | राधा नायर |
एक युग का अंत: भारत तिब्बत से बाहर निकला | क्लाउड अर्पी |
असहमति की आवाज़ | रोमिला थापर |
आज़ादी: स्वतंत्रता। फासीवाद। कल्पना | अरुंधति रॉय |
असम की विरासत की खोज | पद्मपाणि बोरा (अमिताभ बच्चन द्वारा प्राक्कथन) |
C का मतलब है बिल्ली और D का मतलब है डिप्रेशन | कैरवी भारत (प्रिया कुरियन द्वारा चित्रण) |
कविता में रामायण और कविता में कृष्ण | अनन्या मित्तल और कैरवी भारत |
बेचैन आत्माओं की रात | सरबप्रीत सिंह |
न्याय का अनुसरण करना चाहिए: एक अधिक परिपूर्ण संघ के लिए संघर्ष करते हुए जीवन का कार्य | रूथ बेडर गिन्सबर्ग |
अलविदा कोरोना | डॉ. प्रदीप श्रीवास्तव |
बापू: अविस्मरणीय | दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया द्वारा लॉन्च किया गया |
अपनेपन की लड़ाई: राष्ट्रवाद, देशभक्ति और भारतीय होने का क्या मतलब है | शशि थरूर |
प्रधानमंत्री जी, हमने ड्रैगन को छोटा कर दिया | प्रदीप गौरहा |
पोर्ट्रेट्स ऑफ पावर: हाफ सेंचुरी ऑफ बीइंग एट रिंगसाइड (आत्मकथा) | एनके सिंह |
द फिक्सर: जीतने की एक कीमत होती है। आप कितना भुगतान करेंगे? | सुमन दुबे |
