BRICS संसदीय मंच
- ब्रिक्स संसदीय सहयोग ब्रिक्स का एक महत्वपूर्ण तत्व है। पहला ब्रिक्स संसदीय मंच 8 जून 2015 को मास्को में रूस की अध्यक्षता के दौरान आयोजित किया गया था। भारत ने अक्टूबर 2016 में स्विट्जरलैंड के जिनेवा में अंतर-संसदीय संघ की 135वीं सभा के दौरान ब्रिक्स संसदीय मंच की मेजबानी की थी।
- भारत ने 2016 में अपनी अध्यक्षता के दौरान जयपुर में ब्रिक्स महिला सांसदों के पहले फोरम की मेज़बानी की थी, जिसके दौरान सांसदों ने ‘जयपुर घोषणापत्र’ को अपनाया था। घोषणापत्र में “सतत विकास, लैंगिक समानता और महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के सभी तीन आयामों पर सहयोग को बढ़ाने और संसदीय रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने की प्रतिबद्धता” का आह्वान किया गया था।
- रूस के सेंट पीटर्सबर्ग में तीसरे ब्रिक्स संसदीय फोरम 2017 के दौरान, ब्रिक्स देशों के सांसदों ने अपने देशों की विधायिकाओं के बीच सहयोग बढ़ाने की इच्छा व्यक्त की ।
- स्विट्जरलैंड के जिनेवा में अंतर-संसदीय संघ की 139 वीं सभा के अवसर पर दक्षिण अफ्रीका द्वारा आयोजित ब्रिक्स संसदीय फोरम 2018 की चौथी बैठक में, सांसदों ने महिला सांसदों सहित ब्रिक्स संसदीय आदान-प्रदान के महत्व पर जोर दिया।
- 2019 में, ब्रिक्स संसदीय मंच का आयोजन सर्बिया के बेलग्रेड में अंतर-संसदीय संघ की 141वीं सभा के अवसर पर किया गया था। इसका आयोजन ‘अंतर-ब्रिक्स स्वास्थ्य सहयोग को बढ़ावा देने में सांसदों की भूमिका’ विषय पर किया गया था।
- रूस ने अक्टूबर 2020 में “वैश्विक स्थिरता, सामान्य सुरक्षा और नवीन विकास के हित में ब्रिक्स साझेदारी: संसदीय आयाम” विषय पर 5 वें ब्रिक्स संसदीय मंच की वर्चुअल मेजबानी की।
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