(1) निम्नलिखित में से कौन सा देश क्रोएशिया गणराज्य के साथ स्थलीय सीमा साझा करता है?
- ऑस्ट्रिया
- सर्बिया
- रोमानिया
- स्लोवेनिया
- बोस्निया
नीचे दिये गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिये:
उत्तर: C
व्याख्या:
क्रोएशिया (क्रोएशिया गणराज्य):
- क्रोएशिया मध्य और दक्षिण-पूर्व यूरोप के संगम पर एड्रियाटिक सागर के किनारे स्थित है।
- इसकी स्थलीय सीमा स्लोवेनिया, हंगरी, सर्बिया, बोस्निया और हेर्ज़ेगोविना, मोंटेनेग्रो के साथ तथा समुद्री सीमा इटली के साथ लगती है।
अतः विकल्प C सही है।
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(2) सरकार ने हाल ही में नव्या पोर्टल लॉन्च किया है। इसके उद्देश्य क्या हैं?
उत्तर: B
व्याख्या:
- भारत सरकार ने 16 से 18 वर्ष की किशोरियों को कक्षा 10 की न्यूनतम योग्यता के साथ मुख्य रूप से गैर-पारंपरिक नौकरी की भूमिकाओं में व्यावसायिक प्रशिक्षण मुहैया कराने के लिये नव्या (युवा किशोरियों के लिये व्यावसायिक प्रशिक्षण के ज़रिये आकांक्षाओं का पोषण) योजना शुरू की है।
- यह महिला एवं बाल विकास मंत्रालय (MWCD) और कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय (MSDE) की एक संयुक्त पायलट पहल है। इसमें 19 राज्यों के 27 ज़िले, जिनमें आकांक्षी ज़िले और उत्तर-पूर्वी क्षेत्र के ज़िले भी शामिल हैं।
- यह योजना प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (PMKVY) और प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना जैसी योजनाओं का लाभ उठाते हुए मंत्रालयों के बीच समन्वय को औपचारिक रूप प्रदान करती है।
अतः विकल्प B सही है।
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(3) क्षेत्रीय परिषदों से संबंधित निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये:
- ये संवैधानिक निकाय हैं जिनकी स्थापना राज्यों के बीच सहयोगात्मक कार्य को बढ़ावा देने के लिये की गई है।
- प्रधानमंत्री परिषद के अध्यक्ष हैं।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
उत्तरः D
व्याख्या:
- क्षेत्रीय परिषदें वैधानिक निकाय हैं (संवैधानिक नहीं) जिनकी स्थापना राज्य पुनर्गठन अधिनियम, 1956 के तहत राज्यों के बीच सहकारी कार्य को बढ़ावा देने और एक स्वस्थ अंतर-राज्यीय और केंद्र-राज्य वातावरण बनाने के लिये एक उच्च-स्तरीय सलाहकार मंच के रूप में की गई है। अत: कथन 1 सही नहीं है।
- क्षेत्रीय परिषदों का विचार पहली बार पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू द्वारा 1956 में राज्य पुनर्गठन आयोग (फज़ल अली आयोग, 1953) की रिपोर्ट पर चर्चा के दौरान प्रस्तावित किया गया था।
- केंद्रीय गृह मंत्री क्षेत्रीय परिषद के अध्यक्ष के रूप में कार्य करते हैं। वह पूर्वोत्तर परिषद (NEC) के पदेन अध्यक्ष भी हैं। अत: कथन 2 सही नहीं है।
- किसी एक सदस्य राज्य का मुख्यमंत्री (वार्षिक क्रमानुसार से)।
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(4) भारत में अंग प्रत्यारोपण के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये:
- मानव अंग और ऊतक प्रत्यारोपण अधिनियम, 1994 (वर्ष 2011 में संशोधित) भारत में अंग एवं ऊतक प्रत्यारोपण को नियंत्रित करता है।
- राष्ट्रीय अंग प्रत्यारोपण कार्यक्रम (NOTP) का उद्देश्य अंग दान और प्रत्यारोपण को बढ़ावा देना है और क्षेत्रीय नेटवर्क को मज़बूत करने के लिये राज्य अंग और ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (SOTTO) की स्थापना की गई है।
- वर्ष भर में किये जाने वाले अंग प्रत्यारोपणों की कुल संख्या के मामले में भारत, अमेरिका और चीन के बाद विश्व में तीसरे स्थान पर है।
उपर्युक्त कथनों में से कितने सही है/हैं?
उत्तरः D
व्याख्या:
- मानव अंग और ऊतक प्रत्यारोपण अधिनियम, 1994 (वर्ष 2011 में संशोधित): यह भारत में अंग और ऊतक प्रतिरोपण को नियंत्रित करता है, जिसमें मृत्यु के पश्चात् अंग दान, स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं के लिये नियमों का निर्धारण और उल्लंघन की स्थिति में दंड का प्रावधान शामिल है। अतः कथन 1 सही है।
- राष्ट्रीय अंग और ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (NOTTO): स्वास्थ्य मंत्रालय के अंतर्गत NOTTO की स्थापना मानव अंग प्रत्यारोपण (संशोधन) अधिनियम, 2011 के अनुसार की गई थी।
- क्षेत्रीय एवं राज्य स्तर पर नेटवर्क को प्रबल करने के लिये 5 क्षेत्रीय अंग और ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (ROTTO) तथा 14 राज्य अंग एवं ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (SOTTO) स्थापित किये गए। अतः कथन 2 सही है।
- वर्ष भर में किये गए कुल प्रत्यारोपणों की संख्या के आधार पर भारत, अमेरिका और चीन के बाद विश्व में तीसरे स्थान पर है। अतः कथन 3 सही है।
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(5) रोगाणुरोधी प्रतिरोध (AMR) के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये:
- AMR तब होता है जब बैक्टीरिया, वायरस, कवक और परजीवी रोगाणुरोधी दवाओं के प्रति प्रतिरोधी हो जाते हैं, जिससे संक्रमण का उपचार करना मुश्किल हो जाता है।
- विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने AMR को वैश्विक स्वास्थ्य के लिये शीर्ष दस खतरों में से एक माना है।
- ई. कोली भारत में सामान्य प्रतिरोधी रोगाणुओं में से एक है तथा कार्बापेनम एंटीबायोटिक्स के प्रति इसकी संवेदनशीलता में कमी देखी गई है।
उपर्युक्त में से कितने कथन सही हैं/ हैं?
उत्तरः D
व्याख्या:
रोगाणुरोधी प्रतिरोध (AMR):
- परिचय: AMR तब होता है जब बैक्टीरिया, वायरस, कवक और परजीवी रोगाणुरोधी दवाओं पर प्रतिक्रिया नहीं करते हैं। अत: कथन 1 सही है।
- इससे एंटीबायोटिक्स और अन्य उपचार अप्रभावी हो जाते हैं, जिससे संक्रमण का उपचार कठिन हो जाता है तथा गंभीर बीमारी, विकलांगता और मृत्यु का खतरा बढ़ जाता है।
- AMR की व्यापकता: AMR शीर्ष वैश्विक स्वास्थ्य और विकास खतरों में से एक है। वर्ष 2019 में, बैक्टीरियल AMR के कारण 1.27 मिलियन मृत्यु हुईं और वैश्विक स्तर पर 4.95 मिलियन मृत्यु हुईं।
- विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने AMR (Antimicrobial Resistance- रोगाणुरोधी प्रतिरोध) को वैश्विक स्वास्थ्य के लिये शीर्ष दस खतरों में से एक के रूप में चिह्नित किया है। अतः कथन 2 सही है।
- WHO के अनुसार, AMR के कारण 2050 तक स्वास्थ्य देखभाल पर अतिरिक्त 1 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर का व्यय आ सकता है और 2030 तक यह प्रतिवर्ष वैश्विक GDP में 1 से 3.4 ट्रिलियन डॉलर की क्षति पहुँचा सकता है।
- भारत में सामान्य दवा प्रतिरोधी रोगजनक:
- ई. कोली (ऑंत संक्रमण): प्रतिरोध बढ़ रहा है; कार्बापेनम के प्रति संवेदनशीलता 81.4% (2017) से घटकर 62.7 % (2023) हो गई।
- क्लेबसिएला न्यूमोनिया (निमोनिया/UTI): दो प्रमुख कार्बापेनेम्स के प्रति प्रतिरोध 58.5% से घटकर 35.6% और 48% से घटकर 37.6% (2017-2023) हो गया।
- एसिनेटोबैक्टर बाउमानी (अस्पताल में संक्रमण): पहले से ही अत्यधिक दवा प्रतिरोधी कोई बड़ा परिवर्तन नहीं दिखाता है, लेकिन इसका उपचार करना कठिन बना हुआ है।
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