पुरापाषाण काल
- विषय सरल मानव आकृतियों, मानवीय गतिविधियों, ज्यामितीय डिजाइनों और प्रतीकों तक ही सीमित थे ।
- भारत में मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, केरल, बिहार और उत्तराखंड के कई जिलों में गुफाओं की दीवारों पर शैलचित्रों के अवशेष पाए गए हैं ।
- प्रारंभिक शैल चित्रकला स्थलों के कुछ उदाहरण हैं उत्तराखंड में लखुडियार, तेलंगाना में कुपगल्लू, कर्नाटक में पिकलिहाल और तेक्कलकोट्टा, मध्य प्रदेश में भीमबेटका और जोगीमारा, तमिलनाडु में करिकियूर शैल कला आदि।
- खोजी गई पेंटिंग्स को तीन श्रेणियों में विभाजित किया जा सकता है: मानव, पशु और ज्यामितीय प्रतीक।
- भीमबेटका गुफाएं भारत में उत्कृष्ट प्रागैतिहासिक चित्रकला का प्रतिनिधित्व करती हैं: इनमें पांच समूहों में लगभग 400 चित्रित शैलाश्रय हैं।
पुरापाषाण युग के महत्वपूर्ण स्थल
- लखुडियार, उत्तराखंड
- कुपगल्लू, तेलंगाना,
- पिकलिहाल, कर्नाटक
- तेक्कलकोट्टा, कर्नाटक
- भीमबेटका, मध्य प्रदेश
- जोगीमारा, मध्य प्रदेश
- करिकियूर, तमिलनाडु

चित्र: पुरापाषाण स्थल
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