साल 2023 की प्रमुख पुस्तकें एवं उनके लेखक
यदि आप किसी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, तो यह लेख आपके लिए उपयोगी है। इस लेख में साल 2023 की प्रमुख किताबों और उनकी लेखकों की लिस्ट दी गई है।
भारत में हर साल लाखों किताबें लिखी जाती हैं। इनमें से कुछ किताबें ही ऐसी होती हैं, जो कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना पाती हैं। यही वजह है कि इन किताबों व किताबों के लेखकों के बारे में अक्सर किसी सरकारी प्रतियोगी परीक्षा में पूछा जाता है।
यदि आप भी किसी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, तो यह लेख आपके लिए बहुत उपयोगी है। क्योंकि, इस लेख में साल 2023 की प्रमुख किताबों और उनके लेखकों के बारे में जानकारी दी गई है। कौन-सी हैं ये किताबें और कौन-से हैं ये लेखक, जानने के लिए पूरा लेख पढ़ें।
पुस्तकें हमारे समाज को आकार देन का काम करती हैं। इतिहास उठाकर पढ़ें, तो पुस्तकों से कई क्रांतियों का जन्म हुआ है। इससे एक तरफ कल्पनाओं को पंख मिलते हैं, तो दूसरी तरफ सोच के आयाम बदलते हैं।
साल 2023 के लेखक और पुस्तकें | |
पुस्तकों का नाम | लेखक का नाम |
“इरफान खान: फिल्मों में एक जीवन” | शुभ्रा गुप्ता |
“विश्व: एक पारिवारिक इतिहास” | ब्रिटिश इतिहासकार साइमन सेबाग मोंटेफियोरे |
“बाधाओं को तोड़ना: एक दलित मुख्य सचिव की कहानी” | काकी माधव राव |
“अम्बेडकर: एक जीवन” | शशि थरूर |
“मानव शरीर रचना” | डॉ. अश्विनी कुमार द्विवेदी |
“क्रांतिकारी: भारत को स्वतंत्रता कैसे मिली, इसकी दूसरी कहानी” | संजीव सान्याल |
हिमंत बिस्वा सरमा | “मुख्यमंत्री डायरी 1” |
“ज्ञान साक्षी” | प्रोफेसर केके अब्दुल गफ्फार |
“रोलर कोस्टर: बैंकिंग के साथ एक मामला” | तमाल बंद्योपाध्याय |
“अतिरिक्त” | जे. आर. मोह्रिंजर |
“वायरल तूफान का सामना करते हुए: भारत की कोविड-19 वैक्सीन की कहानी” | आशीष चंदोरकर और सूरज सुधीर |
जदुनामा | जावेद अख्तर और अरविंद मंडलोई |
“आओं! चलो भागते हैं” | मा. सुब्रमण्यम |
“भारत का ज्ञान वर्चस्व: नई सुबह” | डॉ. अश्विन फर्नांडिस |
“कोचिंग से आगे: भारतीय क्रिकेट टीम के साथ मेरे दिन” | कौशिक और रामकृष्णन श्रीधर |
“राजनीतिक अर्थव्यवस्था की गरीबी: कैसे अर्थशास्त्र ने गरीबों को त्याग दिया” | मेघनाद देसाई |
अंतिम नायक | पलागुम्मी साईनाथ (पी साईनाथ) |
सत्यजीत रे की सर्वश्रेष्ठ कृतियां | सत्यजीत रे |
विजय नगर | सलमान रुश्दी |
मोदी: परिवर्तनशील वैश्विक व्यवस्था को आकार देना | अध्यक्ष जेपी नड्डा |
पं. दीनदयाल उपाध्याय : विचारों का फैलाव | आरएन रवि |
भारत की वैक्सीन विकास कहानी | सज्जन सिंह देव |
मुण्डक उपनिषद-अमरता का सेतु | जगदीप धनखड़ |
मेरे वचन के अनुसार ही अच्छा | के.एम. चंद्रशेखर |
पागलखाना | डॉ. ज्ञान चतुर्वेदी |
बिहारी साहित्य की पुस्तक | अभय के |
मुण्डक उपनिषद: अनंत काल का प्रवेश द्वार | डॉ. करण सिंह |
बिपिन: वर्दी के पीछे का आदमी | रचना बिस्वत रावत |
दिल का मामला: भारत में शिक्षा | अनुराग बेहार |
छत्रपति शिवाजी महाराज | श्रीमंत कोकाटे |
चिता | पेरुमल मुरुगन |
बासु चटर्जी : और मध्यम मार्ग सिनेमा | अनिरुद्ध भट्टाचार्य |
हाथी लाल क्यों नहीं हो सकते? | वाणी त्रिपाठी टिक्कू |
महान पुस्तक डकैती | वी पट्टामी राम और सब्य साची दोष |
“प्रतिबिंब” | नारायणन वाघुल |
सचिन @ 50 | बोरिया मजूमदार |
एक कॉमरेड के रूप में मेरा जीवन | केके शैलजा और मंजू सारा राजन |
भारत में प्रथम लिथुआनियाई यात्री | लिथुआनियाई दूतावास |
स्वर्णिम वर्ष | रस्किन बॉन्ड |
विभाजित स्वतंत्रता | राम माधव |
भारत के वित्त मंत्री | ए.के. भट्टाचार्य |
द्रौपदी मुर्मू | कस्तूरी रे |
कारगिल: एक यात्री की जुबानी | श्री ऋषि राज |
मानसून | अभय के |
‘चाचा चौधरी और चुनावी दंगल’ | भारतीय चुनाव आयोग (ईसीआई) |
“स्वर्ग में आपका स्वागत है” | ट्विंकल खन्ना |
“दो पलकों की छाँव में” | डॉ. हेमा जोशी |
